आज के दौर जहाँ हर तरफ खबरों के लेकर अब लोगों का यक़ीन खत्म हो रहा है। आज के वक़्त जिधर देखों हर तरफ झूठी खबरों का बोलबाला है। ऐसे समय मैं एक सही आवाज़ का बुलंद होना ज़रूरी है।
Vaqif Khabar एक ऐसी ही आवाज़ है। जो ज़मीन मैं दफन होते सच को बाहर निकल कर ही अपनी सच्चाई की ताक़त का अहसास करा रहा है। गोदी मीडिया और पेड न्यूज के इस दौर मे जहाँ हर तरफ न्यूज़ नहीं बल्कि पब्लिसिटी स्टंट जैसा कुछ चल रहा है। जैसे जैसे संचार क्रांति आगे बढ़ रही है। वैसे वैसे पत्रकारिता का पतन होता जा रहा है। प्रिंट मीडिया हो एलेक्ट्रोनिक मीडिया हर तरफ वहीं दिखाया जा रहा है जिसे भीड़ देखना चाहती है।इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि इस भौतिक युग मैं इंसानियत किस तरह दम तोड़ रही है।जब कोई पत्रकार अपनी ज़िमेदारी को छोड़कर लोगों को सिर्फ झूठ ही परोसता है। तब वो एक तरह से पूरी इंसानियत के साथ धोखा कर रहा होता है।
Vaqif Khabar एक कोशिश है इस झूठ से भरे हुए माहौल मैं वापस सच के खंभे खड़ा करने की।हमारी ये भी कोशिश है कि मरते हुए ज़मीर और बिकी हुई कलम को वापस उसी मुकाम तक पहुचाने की जहाँ लोग उसे देखना चाहते है।