पिछले एक महीने से अपनी जायज माँगो के लिए संघर्षरत प्रदेश के जूनियर डॉक्टर्स के समर्थन में छात्र संगठन ए आई डी एस ओ व युवा संगठन ए आई डी वाय ओ ने 6 जून की संयुक्त रूप से राज्य स्तरीय माँग दिवस मनाया। छात्र संगठन AIDSO के प्रदेश अध्यक्ष श्री मुदित भटनागर ने बयान जारी कर कहा कि हम सभी छात्र- नौजवानों संघर्षशील जूनियर डॉक्टर के साथ है, उन्होंने कोरोना महामारी के दौरान शानदार ढंग से अपनी सेवायें दी है और आज सरकार उनकी जायज माँगो को भी नही मान रही है व उन्हें तरह तरह की धमकियां दी जा रही है जो कि सरासर गलत है। जूनियर डॉक्टर्स की अपने स्टाइपेंड में 6 प्रतिशत वृद्धि की माँग जायज है जो कि उन्हें पिछले 3 वर्षों से नही मिली है। ये दुखद है की इस मांग को मानने और डॉक्टर्स को विश्वास में लेने की जगह मध्यप्रदेश सरकार ने दमनकारी रवैये अपनाया हुआ है। हम कड़े शब्दों में इसकी निंदा करते हैं।
युवा संगठन ए आई डी वाय ओ के प्रदेश अध्यक्ष लोकेश शर्मा ने कहा कि अभी बहुत वक़्त नही बीता है जब सरकार ने स्वास्थ्यकर्मियों, डॉक्टरों को कोरोना वारियर्स जैसे नाम दिए थे। एक योद्धा की तरह तमाम अभावो के बावजूद सभी डॉक्टरों, स्वास्थ्यकर्मियो ने अपनी जान जोखिम में डाल कर लोगो की जिंदगियां बचाई हैं। जूनियर डॉक्टर्स भी इन कोरोना वारियर्स की पहली कतार में शामिल हैं। किंतु बड़े शर्म की बात है कि आज उन्ही कोरोना वारियर्स की बात सरकार सुन नही रही हैं। बल्कि सरकार इसके विपरीत डॉक्टर्स के परिवारजनों को डराने धमकाने जैसे कायराना कृत्यों से आंदोलन को तोड़ने की कोशिश कर रही है।
विगत 6 मई को 24 घंटे की हड़ताल की अपील के साथ सरकार से मांगों को मानने की अपील की गई थी लेकिन सरकार अपने अड़ियल रवैये के साथ न तो मांगे मान रही है और न ही जूनियर डॉक्टर्स से बात कर समाधान के लिए आगे आई है। मध्यप्रदेश सरकार की इसी हठधर्मिता के कारण एक तरफ जहाँ स्वास्थ्य सेवाए प्रभावित हो रही है, लोगो को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है वही दूसरी और 3000 से ज्यादा जूनियर डॉक्टर्स को इस्तीफा देने के लिए मजबूर कर दिया है।
देश में जर्जर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं, दवाओं, डॉक्टर ,स्वास्थ्यकर्मियों की भारी कमी के चलते जहाँ आज भी हर दिन हजारो लोग मर रहे हैं तब सरकार की ये नैतिक जिम्मेदारी थी की स्वास्थ्यकर्मियो, डॉक्टर्स व विशेषज्ञ आदि से बात कर स्वास्थ्य व्यवस्थाओं को दुरुस्त करते। लेकिन लोगो का ध्यान भटकाते हुए आज दुष्प्रचार कर डॉक्टर्स को दोषी साबित करने की कोशिश की जा रही है।
हम सभी जूनियर डॉक्टर्स की उचित मांगों का तहेदिल से समर्थन करते हैं और सरकार से अपील करते हैं कि वह अब और देर न करते हुए सभी जायज मांगो को तुरंत माने और स्वास्थ्य सुविधाओं को बहाल करे। साथ ही उन्होंने प्रदेश की जनता से जूनियर डॉक्टरों की मांगो का समर्थन करने की भी अपील की।
द्वारा
सचिन जैन
प्रदेश सचिव,
AIDSO मध्यप्रदेश