हदेवास : दैनिक जीवन के लिए आवश्यक वस्तुओं के दामों में अन्याय पूर्ण अप्रत्याशित वृद्धि, पेट्रोल-डीजल के बढ़ते दामों के खिलाफ सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया (कम्युनिस्ट) के द्वारा आनलाइन विरोध दर्ज कराया गया। जिसमें लोगों ने सोशल मीडिया पर महंगाई के खिलाफ पोस्टर बनाकर शेयर किया तथा विरोध जन विरोधी नीतियों की प्रतिया जलाईं।
इस संबंध में सोशलिस्ट यूनिटी सेंटर ऑफ इंडिया ( कम्युनिस्ट ) की सदस्या वाणी जाधव ने कहा कि *”केंद्र व राज्य सरकार जनता की तकलीफों को पूरी तरह अनदेखी कर पूंजीपतियों के अधिकतम मुनाफे को सुनिश्चित करने के लिए जनता की लूट की खुली छूट पूंजी पतियों को दे रही है। खाद्य तेल ,दाल, पेट्रोल, डीजल जैसी आवश्यक वस्तुओं के दाम आकस्मिक रूप से नहीं बढ़ रहे हैं अपितु सरकारों द्वारा पूंजी पतियों के मुनाफे को सुनिश्चित करने के लिए एक के बाद एक लाई गई नीतियों का परिणाम है। केंद्र सरकार द्वारा ‘आवश्यक वस्तु अधिनियम 1955’ में परिवर्तन कर उसे कालाबाजारी और जमाखोरी के खिलाफ अप्रभावी बना दिया गया है।”
उन्होँने ने कहा कि “हम सरकार से मांग करते हैं कि आवश्यक वस्तु अधिनियम में किए गए संशोधन रद्द करे और पैटोल,डीजल, खाद्य तेल सहित सभी आवश्यक वस्तुएं तार्किक मूल्य पर मिलना सुनिश्चित करे।सभी जरूरतमंदों को सार्वजानिक वितरण प्रणाली से सस्ता और पर्याप्त राशन मिलना सुनिश्चित करो। विरोध प्रदर्शन में विनोद प्रजापति, रोहित मालवीय, सुरेश चौधरी आदि शामिल रहे|