आज 26 जून 2021 को ऑल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति व संयुक्त किसान मोर्चा सहित अन्य किसान संगठनों द्वारा 26 जून को आपातकाल की बरसी के अवसर पर देशभर में प्रदेश की राजधानियों में तीन कृषि कानूनों के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करने का तय किया गया था।
साथ में ही इमरजेंसी के 45 वर्ष पर उस काले दिन को याद करते हुये आज भोपाल में तीन कृषि कानूनों को वापस लिए जाने की मांग पर प्रदर्शन कर रहे थे। तब आल इंडिया किसान संघर्ष समन्वय समिति मध्यप्रदेश के नेताओं को गांधी भवन से बाहर नही निकलने दिया पुलिस प्रशासन ने उन्हें भवन परिसर में ही बंदी बना लिया जिसमें जन नेत्री मेधा पाटकर डाक्टर सुनीलम बादल सरोज, सोनू शर्मा प्रहलाद बैरागी, इरफान जाफरी आदि थे। वहीं बाहर बड़ी संख्या में मौजूद किसान नेताओं ने जमकर नारेबाजी की इस दौरान बाहर पुलिस से मुठभेड़ हुई और बाहर नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
जिसमें ऑल इंडिया किसान खेत मजदूर संगठन AIKKMS के मध्यप्रदेश राज्य सचिव का. मनीष श्रीवास्तव, सुरेंद्र कुमार, धर्मेन्द्र प्रजापति, नरेंद्र जयसवाल, जगदीश दौड़के, मनोज , कृपाल सिंह सिसोदिया, श्याम शाक्य सहित अन्य किसान नेताओं को गिरफ्तार किया गया।
पुलिस प्रशासन की व राज्य सरकार की इस दमनात्मक कार्यवाही का विरोध करते हुये AIKKMS के मध्यप्रदेश राज्य सचिव का. मनीष श्रीवास्तव ने घोर निंदा की है और प्रेस को बयान जारी करते हुये कहा कि आज भी घोर अलोकतांत्रिक माहौल स्थापित है केंद्र की मोदी सरकार,राज्य की शिवराज सरकार किसान विरोधी है।आज जब कोरोनाकाल में आमजन को राहत देनी चाहिए ऐसे में किसान विरोधी तीन कृषि कानून लाकर उनको तबाह करने की साजिश सरकार कर रही है। अघोषित आपातकाल की हम घोर निंदा करते है। और सभी जनवाद पंसद लोंगो से इस कार्यवाही का विरोध करने की अपील करते है।