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<span;>छात्र संघर्ष समिति मध्यप्रदेश के द्वारा समस्त पात्र छात्रों की छात्रवृत्ति-आवास राशि के फॉर्म भरने व भुगतान में आ रही तकनीकी समस्याओं का निराकरण कर सम्पूर्ण राशि का अविलंब भुगतान करने व परीक्षा न होने की स्थिति में अनुपयोगी परीक्षा व प्रवेश फीस वापस करने की मांग पर आंदोलन चलाया जा रहा है।इसी क्रम में आज प्रदेश केदेवास ,गुना,अशोकनगर,ग्वालियर, भोपाल,इंदौर,सागर, जबलपुर सहित अलग-अलग जिलों में कलेक्टर के द्वारा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौपें गये। छात्र संघर्ष समिति के प्रदेश संयोजक मुदित भटनागर ने बताया कि प्रदेश भर में छात्र सरकार द्वारा दी जाने वाली सुविधाओं के समय पर न मिलने के कारण परेशान हैं।।पूरा साल निकल जाने के बाद भी उनकी छात्रवृति और आवास राशि का भुगतान नही किया गया।जिसके कारण छात्र आंदोलन के लिए मजबूर हुए और प्राचार्यों,कुलपतियों, कलेक्टर,शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री के नाम ईमेल द्वारा ज्ञापन भेजे गए साथ ही सैकड़ों छात्रों ने 181 सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज कराकर उक्त समस्या का समाधान करने की मांग की।जिसके चलते छात्रों के खातों में रुकी हुई छात्रवृति का भुगतान सरकार द्वारा शुरू किया गया औऱ जिला शिक्षा अधिकारी द्वारा स्कूलों शाला संचालन और विविध शुल्क को न लेने के आदेश जारी किए गए जो छात्र आंदोलन की जीत है ।कोरोना महामारी के समय मे आमजन का जीवन बुरी तरह से प्रभावित हुआ है और छात्र समुदाय भी इससे अछूता नहीं है।दो साल से लॉकडाउन में छात्रों की शिक्षा पर बुरा प्रभाव तो पड़ा ही है साथ ही आर्थिक हालात इतने बिगड़ गए है कि छात्रों का पड़ना मुश्किल हो गया है।ऐसे में सरकार को छात्रों के हित में कदम उठाते हुए उनकी मदद के लिए दी जाने वाली सुविधाओं में बढ़ोतरी कर समय पर दी जानी चाहिये थी और छात्रों से ली जाने वाली फीस में कुछ राहत देनी चाहिए थी।लेकिन ये बड़े दुख की बात है कि विद्यालय,महाविद्यालय और विश्वविद्यालयों द्वारा अख़बार में छपी खबरों के अनुसार छात्रों से प्रवेश और परीक्षा फीस के नाम पर करोड़ों की कमाई की गई है जो पूर्णतः अनैतिक है।
<span;>समिति के प्रदेश सहसंयोजक श्री सचिन जैन ने बताया कि इस आंदोलन में पूरे प्रदेश के छात्रों का समर्थन मिल रहा है सरकार को छात्रों की समस्याओं का अविलंब निराकरण करना चाहिए।छात्रों की मांग पूरी होने तक यह आंदोलन जारी रहेगा। इन तमाम मांगो के लेकर देवास में भी ज्ञापन दिया गया
<span;>ज्ञापन देने वालों में विनोद प्रजापति, विजय मालवीय, , सोना बागनिया, पूर्णिमा जाधव, संदीप मालविया, गोविन्द लाठिया, आदित्य रेकवाल, राज मालवीय, पंकज जाटव, रिधान बगड़िया, राकेश क्लेशरिया, गणेश पंवार, मनीष सोलंकी आदि कई छात्र शामिल रहे