Oजिले में विश्व क्षय दिवस पर जागरूकता बाईक रैली आयोजित।
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मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.पी.शर्मा ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को किया रवाना।
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जिला क्षय अधिकारी डॉ. शिवेन्द्र मिश्रा ने बताया कि 24 मार्च ,विश्व क्षय दिवस के अवसर पर जागरूकता बाईक रैली का आयोजन किया गया मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.एम.पी.शर्मा ने हरी झण्डी दिखाकर रैली को रवाना किया डॉ. एम पी शर्मा ने बताया कि इस रैली का मुख्य उद्देश्य क्षय रोग एवं कोरोना महामारी के प्रति आम जनता मे जन जागरूकता लाना है सभी प्रतिभागियों ने संदेश युक्त मास्क पहने,सभी से अपील की हमेशा मास्क पहने, सोशल डिस्टेंसिग का पालन करे,हाथो को नियमित धोये, या सेनेटाइजर का उपयोग करे, जिले में निरंतर जागरूकता कार्यक्रम किये जा रहे है देवास को वर्ष 2025 तक टी.बी. मुक्त बनाना है। रैली जिला चिकित्सालय से प्रारम्भ होकर देवास शहर के प्रमुख मार्गो से एम.जी रोड़, जवाहर चौक, ए.बी रोड, बस स्टेण्ड, विकास नगर होते हुए पुनः जिला चिकित्सालय आई रैली मे सिविल सर्जन डॉ बिडवई, जिला क्षय केन्द्र का स्टॉफ जिला एड्स नियत्रण का स्टॉफ एवं एन.जी.ओं.मीडिया अधिकारी,उपस्थित रहे। रैली के उपरांत एआरटी सेंटर मे कार्यशाला का आयोजन रखा गया,कार्यशाला में डॉ.शिवेन्द्र मिश्रा जी ने बताया कि टी.बी. रोग हमारे देश की एक विकट समस्या है जिससे कि कई लोगों की उपचार के आभाव में मृत्यु हो जाती है, माननीय प्रधानमंत्री जी के टी.बी.मुक्त भारत वर्ष 2025 को साकार करने के लिये सभी का मिला जुला प्रयास आवश्यक है। टी.बी.मुक्त देवास हेतु टी.बी. उन्मुलन कार्यक्रम को एक जन आन्दोलन की तरह चलाया जा रहा है। इस बिमारी के मुख्य लक्षण दो सप्ताह या उससे अधिक की खॉसी अथवा बुखार, वजन मे लगातार कमी,खखार में खून आना, छाती में दर्द होना इत्यादि है। इन लक्षणो से ग्रसित होने पर तुरन्त अपने बलगम की जॉच नजदीकी खखार जाँच केन्द्र पर करवाए देवास जिले मे जिला चिकित्सालय सहित कुल 17 खखार जॉच केन्द्र बनाये गये है, जहाँ पर खखार जॉच एवं उपचार की सुविधा निशुल्क उपलब्ध है। खखार जॉच या एक्सरे मे क्षय रोग
पाये जाने पर मरीज का छ: माह का उपचार दिया जाता है जिससे कि क्षय रोग पूर्णतः ठीक
हो जाता है। क्षय रोग निदान हेतु अब अत्याधुनिक तकनीक वाली CBNAAT मशीन द्वारा जॉच
की जाती है जिससे कि मात्र 02 घंटे मे क्षय रोग एवं ड्रग रेसीस्टेंट टी.बी का पता लगाया
जाता है। गम्भीर प्रकार की टी.बी होने पर एक नई प्रकार की दवा बिडाकुलीन दी जाती है
जिसकी बाजार कीमत लगभग 16 लाख रूपये है। निक्षय पोषण योजना के अन्तर्गत मरीज का
उपचार प्रारम्भ होने पर 500 रूपये प्रतिमाह डी बी टी के माध्यम से सीधा मरीज के खाते में
जमा कराये जाते है। उक्त राशि मरीज के पोषण एवं उचित आहार हेतु दी जाती है, जब तक
मरीज का उपचार चलता है यह राशि प्रतिमाह मरीज को दी जाती है। रैली का समन्वयन श्री
सतीश शर्मा ने किया।
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