देवास के जवेरी श्री राम मंदिर की अरबों रूपए की 25 बीघा ज़मीन के लिए दिग्विजय सिंह मैदान मैं।
देवास
शहर के MG रोड पर स्थित जवेरी राम मंदिर की एक बेशकिमती 25 बिघा जमीन जो AB रोड देवास पर मौजूद है। मंदिर के ट्रस्टियों ने सालों पहले प्रशासकीय अधिकारियों को गुमराह कर 500 करोड़ (मौजूदा कीमत)की इस जमीन के छोटे छोटे टुकड़े कर कई लोगो को रजिस्ट्रीयां कोड़ियो के दाम पर कर दी।
इस फर्जीवाड़े को लेकर जब शासन द्वारा ट्रस्ट को निरस्त कर दिया गया तो उक्त निरस्ती आदेश के विरुद्ध कई ट्रस्टियों ने MP हाई कोर्ट की शरण ली।
माननीय उच्च न्यायलय द्वारा दिए गए आदेशों में से कुछ आदेश शासन के पक्ष में कुछ ट्रस्टियों/क्रेता के पेश में गए। इस विरोधाभास की स्तिथि की वजह से 2012से लेकर आज तक शासन के द्वारा ज़मीन के क़ब्जे को लेकर किसी भी तरह की कोई विधिसम्मत कार्यवाही नहीं की गई है।
इसी मुद्दे को लेकर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह आज देवास आए सबसे पहले उन्होने राम मंदिर के दर्शन किए तत्पशात देवास कलेक्टर से भी मिले और इसी संदर्भ में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस भी ली।
दिग्विजय सिंह ने कहा की वो स्वयं राम भक्त हैं और भगवान राम की जमीन राम भगवान राम तक पहुंचना चाहिए यही उनका मकसद है और इसीलिए वह देवास आए हैं।दिग्विजय सिंह ने देवास के जनप्रतिनिधियों पर बड़ा आरोप लगाते हुए कहा कि भगवान राम की जमीन औने पौने दाम पर बिक गई और जनप्रतिनिधि आज तक मौन है।
आपकों बता दे अरबों रूपए की इस बेशकिमती 25 बीघा जमीन पर कॉलेज,शादी गार्डन,पेट्रोल,पम्प कार,बाज़ार तथा अन्य व्यवसायिक संस्थान बन गए हैं।
वैसे राजस्व रिकार्ड में जमीन आज भी मन्दिर के नाम ही है।
वहीं इसी मामले को लेकर पूर्व विधायक दीपक जोशी ने कहा की देवास शहर में मेडिकल कालेज के लिए कोई जगह नहीं है यह जमीन किसी बड़े मेडिकल कॉलेज के निर्माण के काम आ सकती है और हमारी पूरी कोशिश रहेगी कि यहां पर एक बड़ा सरकारी मेडिकल कॉलेज बनाया जाए।
देवास कलेक्टर ऋषव गुप्ता ने भी जमीन को लेकर उचित कार्यवाही का कहा है।
राम मंदिर की जमीन के मामले को जनता के बीच लाने में एडवोकेट सिद्धार्थ माहोरकर कांग्रेस नेता साधना प्रजापति,धर्मेंद्र कुशवाह,पंडित रितेश त्रिपाठी की महत्वपूर्ण भूमिका रहीं।