गुना (मध्यप्रदेश)| बिजली के बिलों में जून के महीने में उपभोक्ताओं के बिजली के बिल आश्चर्यजनक ढंग से भारी भरकम बढोतरी के खिलाफ़ क्राँतिकारी पार्टी SUCI (C) ने MPEB गुना में महाप्रबंधक श्री एस पी शर्मा को ज्ञापन सौंपा| SUCI(C) की जिला कमेटी सदस्या प्रीती पटर्वधन ने बताया कि इस महीने बिजली के बिलों में अचानक वृद्धि की है एवं महीने में दो बार रीडिंग ली गई है जिसमें पहली रीडिंग में कम बिल आया है लेकिन दूसरी रीडिंग में हजारों की संख्या में बिल थमा दिए गए हैं। एक ही महीने के अंदर बिजली के बिलों को कई गुना बढ़ा कर दिया गया है जबकि पहले एक महीने में एक ही बार बिल आता था इस बार ये अजीबोगरीब प्रक्रिया अपनाकर दो बार बिल थमा दिए गए हैं। ऐसे समय में जब कोरोना महामारी से आम जनता अपना रोजगार गवां चुकी है ,महंगाई चरम रूप ले चुकी है।गरीब मध्यमवर्गीय परिवार की आर्थिक हालात बद से बदतर स्थिति में पहुंच गए हैं।ऐसे में बिजली विभाग की इस मनमानी से आम जनता आर्थिक रूप से ओर पिस जाएगी ।ऐसी स्थिति मे तो जनता को ओर आर्थिक सहायता की जरूरत थी लेकिन राज्य सरकार बिजली की दरों में ओर वृद्धि का आदेश जारी कर चुकी है।जिससे आम जनता की स्थिति और गंभीर हो जाएगी।
ज्ञापन में *1.बढ़े हुए बिजली के बिलों को वापस लिया जाए।* *2.मध्य प्रदेश सरकार के द्वारा कोर्ट का हवाला देकर बिजली की दरों में जो वृद्धि की बात कही गई है उसे वापस ली जाए।* *3. बिजली संशोधन अधिनियम 2020 को वापस लिया जाए।*4. बिजली का निजीकरण बन्द करो व बिजली नियामक आयोग द्वारा 70फीसदी की जा बिजली दरों में वृद्धि की नीति तुरंत वापस लिया जाए* मांगे उठाई गई| ज्ञापन सौपने वालों में मनोज रजक, नारायणसिंह, राजुल श्रीवास्तव, परिधि जैन, शोभना श्रीवास्तव शामिल रहे|