मध्यप्रदेश के अशोकनगर जिले में एक अनोखी शादी हुई।बिना किसी आडंबर और दिखावे के यह शादी जिले में चारों ओर चर्चा का विषय है। देवास जिले की रहने वाली पूर्णिमा जाधव और अशोक नगर के कृष्ण कुमार बैरागी ने तमाम जातिगत एवं सामाजिक बंधनों को तोड़कर एक नई मिसाल पेश करते हुए बिना किसी दान दहेज के डीएम कार्यालय में रजिस्टर मैरिज की।अशोकनगर में हुए इस अंतर्जातीयविवाह में वर पक्षऔर वधु पक्ष के माता पिता नें शादी में आए हुए मेहमानों का संयुक्त रूप से स्वागत किया।विवाह में मुख्य अतिथि के तौर पर मौजूद रहे SUCI(C) के राज्य कमेटी सदस्य सुनील गोपाल भोपाल से आए।सुनील गोपाल ने शादी में आए हुए मेहमानों को संबोधित करते हुए कहा कि आज के दौर में जहां महंगी शादियों के चक्कर में लोग लाखों रुपए कर्ज़ ले लेते और जिसके अंजाम में कई घरों में लड़की के पिता को तो फांसी तक लगाना पड़ती है।कृष्ण कुमार और पूर्णिमा ने इस तरह विवाह करके समाज में नजीर पेश की है। अशोक नगर में संपन्न हुई शादी में किसी भी तरह का कोई दहेज़ भी नहीं लिया गया और ना ही किसी तरह के उपहार स्वीकार किए किए गए।
इस शादी की सबसे बड़ी खासियत ये थी कि ये एक प्रेम विवाह ना होकर एक अरेंज मैरिज थी जो कि वर एवं वधु पक्ष की आपसी सहमति से आयोजित किया गया