यति और उमेश का कृत्य माफी लायक नहीं।
दो समाजों में आग लगाने की कोशिश।
एफआईआर कर सख्त कार्रवाई की मांग।
देवास।। उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद शहर में 29 सितंबर को लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में एक सेवा संस्थान की तरफ से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था जिसमें डासना मंदिर के महंत नरसिंहानंद ने कुछ ऐसा कह दिया जिससे पूरी दुनिया में भूचाल आ गया और मुसलमानों की भावना आहत हो गई, साथ ही धर्मनिरपेक्ष लोगों ने भी इसका खुलकर विरोध किया।
आरोप हे की डासना मंदिर के महंत ने अपने भाषण में कहा कि अब के रावण के नाम से पुतला ना जलाया जाए बल्कि उस पर.. नाम लिखकर उनका पुतला दहन किया जाए। जैसे ही यह वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ भारत के कई शहरों से विरोध के स्वर उठने लगे और महंत की गिरफ्तारी और सख्त कार्यवाही की मांग को लेकर कई शहरों में एफआईआर दर्ज की गई।
इसी कड़ी में आज देवास जिले की मस्जिदों के इमामो ने कांग्रेस नेता शौकत हुसैन के नेतृत्व में उप पुलिस अधीक्षक राजवीर सिंह भदोरिया से मुलाकात कर अपना विरोध दर्ज कराया और एफआईआर करने की मांग की।
मस्जिदों की इमामो का कहना था कि देवास का एक गुंडा जो पहले भी कई तरह के आसामाजिक कार्य में लिप्त रहा है और उस पर कई प्रकरण भी दर्ज है ने एक वीडियो वायरल कर शांत समाज में द्वेष फैलाने का कृत कर दोनों समाजों के बीच आग लगाने का प्रयास किया है जो निंदनीय है। प्रशासन को उसे तुरंत गिरफ्तार करना चाहिए और उस पर सख्त कार्यवाही करना चाहिए ताकि ऐसे लोगों पर जो धार्मिक भावनाए आहत करते हैं दो समाजो को लड़ाते हैं कानून की गिरफ्त बन सके और उनपर कानून का डर पैदा हो और समाज में सकारात्मक पैगाम भी पहुंच सके।
वहीं इस संबंध में उप पुलिस अधीक्षक राजवीर सिंह भदोरिया का कहना है कि किसी को भी किसी के भी धार्मिक विषय पर अप शब्द कहने का कोई अधिकार नहीं है अगर कोई ऐसा करता है तो वह कानून की नजर में मुजरिम है मुस्लिम समाज के लोगों ने ज्ञापन देकर एसे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की मांग की है। हमने इसे विवेचना में ले लिया है ऐसे लोगों पर पुलिस सख्त कार्यवाही करेगी किसी को बख्शा नहीं जाएगा।