ढाई आखर प्रेम यात्रा देवास में निकाली गई
प्रगतिशील लेखक संघ, इकाई ,देवास के द्बारा शहीदे-ए-आजम भगतसिंह उघान से लेकर भारत रत्न बाबासाहब भीमराव अंबेडकर उघान नूतन नगर देवास तक ढाई आखर प्रेम यात्रा निकाली गई।
प्रलेस के उपाध्यक्ष कैलाश राजपूत ने मीडिया को बताया की इस यात्रा में अमन पसंद नगर वासियों ने भाग लिया।इसके द्वारा यह संदेश प्रचारित किया गया कि देश और दुनिया-भर में अमन रहे,लोगों के बीच प्यार-मोहब्बत, भाईचारा-बहनापा,अपनापन रहे।युद्ध न हो, दंगे न हो,कोई बच्चा यतीम न हो और किसी का घर न उजड़े। इंसानियत ऐसी मंज़िल पर पहँच सके, ये सपना हजारो वर्षो से अनेकानेक महान संतों के द्वारा देखा गया है। कबीर ने भी ढाई आखर प्रेम के माध्यम से देखा था।इसलिए उन्होने दुनिया-भर को प्रेम, परिश्रम और भाई-चारे- बहनापे का संदेश दिया।आज सभी भारत वासी भी यही सपना देख रहें हैं और निश्चित रूप से इसे पुरा करेंगे।
ढाई आखर प्रेम यात्रा शहीदे-ए-आजम भगतसिंह के जन्म दिन 28 सितम्बर 2023 से अलवर राजस्थान से प्रारंभ होकर अब तक कई राज्यों में निकाली जा चुकी। इसी क्रम मे देवास मे निकाली गई।
यात्रा का पडाव मध्य प्रदेश मे 22 दिसम्बर 2023 से 27 दिसम्बर 2023 तक इन्दौर से बड़वानी एवं वापस बड़वानी से महेश्वर व विभिन्न गाँवो से 27 दिसम्बर को इन्दौर में ही समापन होगा।यात्रा का अंतिम पडाव नई दिल्ली में महात्मा गाँधी के शहदी दिवस 30 जनवरी को होगा।
श्री दयाराम मालवीय एवं श्री नानूराम खाकवाना कबीर भजन कीर्तन का गायन भी किया गया।
इस यात्रा मे राम प्रसाद सोलंकी,एस एल परमार, नंदकिशोर पोरवाल,एफ बी मानेकर, सत्यवान पाटिल,भारत सिंह मालवीय, कैलाश सिंह राजपूत,औमप्रकाश जी अन्य गण मान्य नागरिकों ने भाग लिया।